
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है और सियासत अब “सत्ता के संग्राम” में तब्दील हो गई है।
जहाँ एक तरफ पीएम मोदी समस्तीपुर से ‘मिशन बिहार’ की शुरुआत करने जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन ने अपने तुरुप के पत्ते तेजस्वी यादव को सीएम चेहरा घोषित कर दिया है।
दोनों ओर से पोस्टर, भाषण और ट्वीट — सब कुछ गरमागरम चल रहा है।
मीसा भारती का तंज: “योगी जी, बिहार में क्या काम है आपका?”
राजद सांसद मीसा भारती ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बिहार दौरे पर चुटकी ली। उन्होंने कहा —
“जिन जातियों को यूपी में अपशब्द कहते हैं, उन्हीं से बिहार में वोट माँगने आ गए? बिहार की जनता सब समझती है!”
मीसा ने दावा किया कि दानापुर सीट पर महागठबंधन की जीत तय है। फिर हल्के व्यंग्य में कहा — “बिहार में चुनाव प्रचार कम और बाहरी प्रवचन ज्यादा सुनने को मिल रहे हैं!”
एनडीए पर हमला: “फैक्ट्री की बात कोई नहीं करता!”
मीसा भारती ने एनडीए को “विकासहीन गठबंधन” बताते हुए कहा कि बिहार के युवाओं को रोजगार चाहिए, नारे नहीं।
उन्होंने कहा — “हर मंच पर बड़े-बड़े दावे होते हैं, लेकिन किसी ने ये नहीं कहा कि बिहार में फैक्ट्री लगाएंगे या इंडस्ट्री बढ़ाएंगे। युवाओं को सपना नहीं, मौका चाहिए।”
उनके इस बयान के बाद महागठबंधन समर्थकों ने सोशल मीडिया पर #BiharKiBetiMisa ट्रेंड कर दिया।

तेजस्वी यादव का सवाल: “एनडीए का चेहरा कौन?”
महागठबंधन का सीएम फेस घोषित होने के बाद तेजस्वी यादव ने पलटवार किया — “अब सब स्पष्ट है कि हमारा चेहरा कौन है, लेकिन एनडीए का चेहरा कौन होगा? अमित शाह के बयान से तो साफ है — नीतीश कुमार नहीं होंगे।”
तेजस्वी ने कहा कि बिहार को अब “नई सोच और साफ चेहरा” चाहिए, न कि बार-बार का “डबल इंजन रिप्ले”।
बिहार की राजनीति इस बार किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं — एक तरफ मोदी का मिशन बिहार, दूसरी तरफ तेजस्वी का मिशन सत्ता वापसी, और बीच में मीसा का “योगी-इन-बिहार” सवाल जो अब मीम्स बन चुका है।
अब जनता तय करेगी कि बिहार में “जंगलराज रीलोडेड” चलेगा या “डबल इंजन रीचार्ज”!
